देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।
नवरात्रि के नौ दिनों तक इसका पालन करना होगा तभी ये पूर्ण फल प्रदान करेगा.
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् click here ।
मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
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देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
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